Home कृषि व बाजार किसानों के हाल पर कौन रोए?

किसानों के हाल पर कौन रोए?

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प्रा.मो.शोएबोद्दीन

अकोला / आलेगाव – देश में जारी कोरोना संकट के बीच सब एक जगह थम गया है ,बस ,रेल ऑटो टैक्सी,दुकान,छोटे बड़े सभी व्यवसाय सभी पूरी तर बंद पड़े है।बस एक अयसा व्यक्ति है जो रात और दिन देश का और अपने घरवालों का पेट भरने के लिये धूप बारिश सर्दी या चाहे महामारी हो उसे काम करना ही पड़ता है वोह है कृषक किसान परंतु किसानों को इस महामारी ने झकजोर दिया और ऊपर से ऊपरवाला भी किसानों का साथ नही दे रहा है।अप्रेल में हुवी मूसलाधार बारिश और ओलो ने किसानों की फसलों को बुरी तरहा नुकसान पोंछया था जिस में गेहूं की फसलें बर्बाद हो गई और कांदे का भी बहोत हद तक नुकसान हुवा।लेकिन ऐन बचे कुची फसले हाथ में आते ही फिर बारिश ने किसानों के हाथ का निवाला छीन लिया बाजार बंद के कारण किसान अपना माल नही बेच पारहा है कर्ज ले कर की गयी बुआई का पैसा भी वसूल नही हो पाया चारो ओर से संकट में घिरे किसानों की मद्त शाशन करे अएसा किसानों का केहना है।
पातुर तहसील के आलेगाव व परिसर में मुस्लदर बारिश के कारण अधिकतर किसानों के कांदे की फसल पगर में ही सड़ने लगी है कुछ किसान अपना माल बेचना चाहते है पर बाजार बंद होने के कारण वो अपना माल नही बेच पारहे परिसर के किसानों ने शाशन और प्रशासन से गुहार लगाई है के उन के पास जमा प्याज की खरीदी जल्द शुरू करे